Index Search for 'ह्रष्टरोमा।' |
Sutra: | शुक्लं सान्द्रं श्च्लेष्मणा श्च्लेष्मयुक्तं भक्तद्वेशी नि:स्वनंह्रष्टरोमा। तन्द्रायुक्तो मोहसादास्यशोषी वर्च: कुर्यान्नैकवर्णं तृसार्त:॥ |
Reference: | 1.1.40.12.0(पूर्व>सूत्र>द्रव्यरसगुणवीर्यविपाकविज्ञानीयम्>सूत्र#12.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | द्रव्यरसगुणवीर्यविपाकविज्ञानीयम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|