Index Search for 'हीयतेऽर्थान्मनसोऽभ्युपेतादेतद्वचो' |
Sutra: | सहोत्तरं त्वेतदधीत्य सर्वं ब्राह्मं विधानेन यथोदितेन। नहीयतेऽर्थान्मनसोऽभ्युपेतादेतद्वचो ब्राह्ममतीव सत्यम्॥ |
Reference: | 1.3.66.17.0(पूर्व>शरीर>गर्भव्याकरणं शारीरम्>सूत्र#17.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | शरीर |
Adhyaya: | गर्भव्याकरणं शारीरम् |
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