ALPHABET SEARCH
ॐ
अ
आ
इ
ई  
उ
ऊ
ए
ऐ
ओ
औ
अं
ऋ
लृ
क
ख
ग
घ
च
छ
ज
झ
ट
ठ
ड
ढ
ण
त
थ
द
ध
न
प
फ
ब
भ
म
य
र
ल
व
श
ष
स
ह
क्ष
त्र
ज्ञ
Results
Index Search for 'हि॥' |
Sutra: | भवति चात्र- सर्व एव प्रमेहास्तु कालेनाऽप्रतिकुर्वतः। मधुमेहत्वमायान्ति तदाऽसाध्या भवन्तिहि॥ |
Reference: | 1.1.6.27.0(पूर्व>सूत्र>ऋतुचर्यम्>सूत्र#27.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | ऋतुचर्यम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|
|