Index Search for 'हारैर्मृणालवलयैरबलाः' |
Sutra: | शीताम्बुशीतलतरैश्च शयानमेनंहारैर्मृणालवलयैरबलाः स्पृशेयुः। भिन्नोत्पलोज्ज्वलहिमे शयने शयीत पत्रेषु वा सजलबिन्दुषु पद्मिनीनाम्॥ |
Reference: | 1.2.47.56.0(पूर्व>निदान>वातव्याधिनिदानम्>सूत्र#56.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | निदान |
Adhyaya: | वातव्याधिनिदानम् |
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