Index Search for 'लेह्यं' |
Sutra: | सम्भारमेतद्विपचेन्निधाय सारोदके सारवतो गणस्य। जातं चलेह्यं मतिमान् विदित्वा निधापयेन्मोक्षकजे समुद्गे॥ |
Reference: | 1.1.44.29.0(पूर्व>सूत्र>विरेचनद्रव्यविकल्पविज्ञानीयम्>सूत्र#29.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | विरेचनद्रव्यविकल्पविज्ञानीयम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|