Index Search for 'रोध्रं' |
Sutra: | मृणालं चन्दनंरोध्रं नागरं नीलमुत्पलम्। पाठा मुस्तं हरिद्रे द्वे पिप्पली कौट्जं फलम्॥ |
Reference: | 1.1.40.64.0(पूर्व>सूत्र>द्रव्यरसगुणवीर्यविपाकविज्ञानीयम्>सूत्र#64.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | द्रव्यरसगुणवीर्यविपाकविज्ञानीयम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|