Index Search for 'रूपप्राग्रूपयोर्विद्यान्नानात्वं' |
Sutra: | रूपप्राग्रूपयोर्विद्यान्नानात्वं वह्निधूमवत्। प्रव्यक्त्रूपेषु हितमेकान्तेनापतर्पणम्॥ |
Reference: | 1.1.39.101.0(पूर्व>सूत्र>संशोधनसंशमनीयम्>सूत्र#101.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | संशोधनसंशमनीयम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|