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Sutra: | यस्तेन मुच्यते जन्तुः स पुण्यां गतिमाप्नुयात्। प्रसङ्गाद्गात्रसंस्पर्शान्निःश्वासात्सहभोजनात्। सहशय्यासनाच्चापि वस्त्रमाल्यानुलेपनात्॥ |
Reference: | 1.1.5.33.0(पूर्व>सूत्र>अग्रोपहरणीयम्>सूत्र#33.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | अग्रोपहरणीयम् |
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