Index Search for 'भूयोऽभियुञ्जानमयुक्तियुक्तम्।' |
Sutra: | तं क्षारशस्त्राग्निभिरौषधैश्चभूयोऽभियुञ्जानमयुक्तियुक्तम्। जिजीविषुर्दूरत एव वैद्यं विवर्जयेदुग्रविषाहितुल्यम्। |
Reference: | 1.1.25.32.0(पूर्व>सूत्र>अष्टविधशस्त्रकर्मीयम्>सूत्र#32.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | अष्टविधशस्त्रकर्मीयम् |
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