Index Search for 'भवन्ति।' |
Sutra: | संयोगतस्त्वपराणि विषतुल्यानिभवन्ति। तद्यथा- वल्लीफलकवककरीराम्लफललवणकुलत्थपिण्याकदधितैलविरोहिपिष्टशुष्कशाकाजाविकमांसमद्यजाम्बवचिलिचिममत्स्यगोधावराहांश्च नैकध्यमश्नीयात् पयसा। |
Reference: | 1.1.20.8.0(पूर्व>सूत्र>हिताहितीयम्>सूत्र#8.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | हिताहितीयम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|