Index Search for 'भवन्ति' |
Sutra: | तेषामल्पनिदाना ये प्रतिकष्टाभवन्ति च। मृदवो बहुदोषा वा कर्मदोषोद्भवास्तु ते॥ |
Reference: | 1.1.40.164.0(पूर्व>सूत्र>द्रव्यरसगुणवीर्यविपाकविज्ञानीयम्>सूत्र#164.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | द्रव्यरसगुणवीर्यविपाकविज्ञानीयम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|