Index Search for 'धूमनिषेवणाच्च' |
Sutra: | शुक्तारनालाम्लकुलत्थमाषनिषेवणाद्वेगविनिग्रहाच्च। स्वेदादथोधूमनिषेवणाच्च छर्देविघाताद्वमनातियोगात्। बाष्पग्रहात् सूक्ष्मनिरीक्षणाच्च नेत्रे विकारान् जनयन्ति दोषाः॥२७॥ |
Reference: | 1.1.1.27.0(पूर्व>सूत्र>वेदोत्पत्तिः>सूत्र#27.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | वेदोत्पत्तिः |
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