Index Search for 'दीप्ताग्निर्योऽतिसार्यते।' |
Sutra: | सक्तविङ् दोषबहुलंदीप्ताग्निर्योऽतिसार्यते। विङङ्गत्रिफलाकृष्णाकषायैस्तं विरेचयेत्॥ |
Reference: | 1.1.40.129.0(पूर्व>सूत्र>द्रव्यरसगुणवीर्यविपाकविज्ञानीयम्>सूत्र#129.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | द्रव्यरसगुणवीर्यविपाकविज्ञानीयम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|