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Sutra: | सञ्जीवनो नाम गतासुकल्पानेषोऽगदोजीवयतीह मर्त्यान्। श्लेष्मातकीकट्फलमातुलुङ्ग्यः श्वेता गिरिह्वा किणिही सिता च॥ |
Reference: | 1.1.5.75.0(पूर्व>सूत्र>अग्रोपहरणीयम्>सूत्र#75.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | अग्रोपहरणीयम् |
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