Search Sushruta-Samhita
(सुश्रुत-संहिता-अण्वेषण-पृष्ठ)
Susruta Samhit Home
(आदि-पृष्ठ)
Site Home
(वेब-फलक-आदि-पृष्ठ)
DIRECT SEARCH
(unicode Sanskrit)
ALPHABET SEARCH
ॐ
अ
आ
इ
ई
 
उ
ऊ
ए
ऐ
ओ
औ
अं
ऋ
लृ
क
ख
ग
घ
च
छ
ज
झ
ट
ठ
ड
ढ
ण
त
थ
द
ध
न
प
फ
ब
भ
म
य
र
ल
व
श
ष
स
ह
क्ष
त्र
ज्ञ
SEARCH BY CLASS
Tantra
पूर्वतंत्र
उत्तरतंत्र
Results
Index Search for
'एतेष्वेवानुशस्त्रप्रणिधानमुक्तम्॥'
Sutra:
तत्र प्रतिसारणीयः कुष्ठकिटिभदद्रुमण्डलकिलासभगन्दरार्बुदार्शोदुष्ट व्रणनाडीचर्मकीलतिलकालकन्यच्छव्यङ्गमशकबाह्यविद्रधिकृमिविषादिषूपदिश्यते, सप्तसु च मुखोरोगेषूपजिह्वाधिजिह्वोपकुशदन्त वैदर्भेषु तिसृषु च रोहिणीषु,
एतेष्वेवानुशस्त्रप्रणिधानमुक्तम्॥
Reference:
1.1.11.7.0(पूर्व>सूत्र>क्षारपाकविधिम्>सूत्र#7.0)
Tantra:
पूर्व
Sthana:
सूत्र
Adhyaya:
क्षारपाकविधिम्
Search other sources:
search this word on other online resources