Index Search for 'इन्द्रियार्थेष्वसंप्राप्तिर्गौरवं' |
Sutra: | इन्द्रियार्थेष्वसंप्राप्तिर्गौरवं जृम्भणं क्लमः। निद्रार्तस्येव ऽयस्येहातस्य तन्द्रां विनिर्दिशेत्॥ |
Reference: | 1.1.4.49.0(पूर्व>सूत्र>प्रभाषणीयम्>सूत्र#49.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | प्रभाषणीयम् |
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