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Alphabet search found 126 results for 'छ'
छर्दिर्दाहश्चैवोपजायते॥ (1.2.47.34.0)
छिद्राण्यजस्रमच्छं (1.2.50.5.0)
छिद्यते (1.2.50.5.0)
छिद्रैर्भवति; (1.2.50.5.0)
छर्दिं (1.2.51.3.0)
छिद्रैरणुमुखैर्वस्तु (1.2.60.12.0)
छिन्नं, (1.2.61.8.0)
छिन्नं, (1.2.61.10.0)
छायां (1.3.66.4.0)
छिद्यमानेषु (1.3.66.6.0)
छिद्यमानेषु (1.3.66.6.0)
छिन्नैश्च (1.3.68.32.0)
छेत्तव्यमाशु (1.3.68.34.0)
छिन्नैश्च (1.3.68.35.0)
छेदभेदाभिघातेभ्यो (1.3.68.41.0)
छेदयेत्, (1.3.72.12.0)
छादयित्वा (1.3.72.25.0)
छर्दयेन्मधुराम्लेनान्नोपहितेनानुलोमयेच्च, (1.3.72.67.0)
छेदनं (1.4.73.8.0)
छिन्नं (1.4.74.9.0)
छेदनं (1.4.85.9.0)
छर्दयतां (1.4.99.10.0)
छत्रा (1.4.102.5.0)
छेद्यानि (1.4.103.8.0)
छर्दिर्मूर्च्छा (1.4.106.6.0)
छिद्रे (1.4.112.10.0)
छर्दिमतीसारमाध्मानं (1.5.113.40.0)
छर्दनं (1.5.113.41.0)
छायाश्चात्र (1.5.113.45.0)
छर्दयेद्गुप्तहृदयो (1.5.113.85.0)
छिनत्ति (1.5.114.21.0)
छर्दिमथातिसारम्। (1.5.114.31.0)
छर्दिमोहज्वरदाहशोफान्। (1.5.115.8.0)
छुच्छुन्दरोऽलसश्चैव (1.5.119.4.0)
छर्दिश्च (1.5.119.10.0)
छुच्छुन्दरेण (1.5.119.16.0)
छर्दिर्ज्वरो (1.5.119.16.0)
छर्दिर्मूर्च्छा (1.5.119.21.0)
छर्दनं (1.5.119.34.0)
छर्द्यतीसारतृष्णाश्च (1.5.120.19.0)
छर्देविघाताद्वमनातियोगात्। (2.6.121.27.0)
छादयेदक्षि (2.6.123.17.0)
छिन्नाश्छिन्ना (2.6.123.26.0)
छायायां (2.6.127.31.0)
छेद्यास्तेषु (2.6.128.4.0)
छेद्या (2.6.128.6.0)
छगल्याः (2.6.132.50.0)
छिद्राण्यस्य (2.6.134.3.0)
छिन्द्यान्नाति (2.6.135.8.0)
छिन्नाद्वक्रेण (2.6.135.11.0)
छेद्यमेव (2.6.135.18.0)
छिन्नेऽर्मणि (2.6.135.19.0)
छेदनमिष्यते॥ (2.6.135.21.0)
छिन्द्यात् (2.6.135.24.0)
छिन्द्यात्भिषग्वरः॥ (2.6.135.30.0)
छित्त्वा (2.6.136.8.0)
छिद्रे (2.6.137.59.0)
छर्दनं (2.6.141.53.0)
छर्दनं (2.6.143.3.0)
छर्द्यङ्गसादज्वरगौरवार्तमरोचकारत्यतिसारयुक्तम्। (2.6.144.23.0)
छर्द्याऽऽर्तो (2.6.147.12.0)
छर्दिरङ्गसादोऽविपाकता। (2.6.159.34.0)
छादयित्वा (2.6.159.73.0)
छर्द्यरोचकौ। (2.6.159.83.0)
छदिमूर्च्छापिपासादीनविरोधाज्जवरस्य (2.6.159.294.0)
छागेनासृक्प्रशान्तये। (2.6.160.122.0)
छर्दिमूर्च्छातृङाद्यांश्च (2.6.160.159.0)
छर्दयित्वा (2.6.162.104.0)
छिन्नाभ्रमिव (2.6.162.115.0)
छर्दयति (2.6.162.144.0)
छर्दिर्ज्वरो (2.6.164.13.0)
छर्दीर्वै (2.6.169.5.0)
छादयन्नाननं (2.6.169.6.0)
छर्दिरिति (2.6.169.6.0)
छर्द्मायथास्वं (2.6.169.8.0)
छर्दि (2.6.169.14.0)
छर्दनं (2.6.169.16.0)
छर्दिं (2.6.169.18.0)
छर्दिभ्यः (2.6.169.27.0)
छर्दनं (2.6.170.18.0)
छर्देर्विघातेन (2.6.175.14.0)
छर्द्याघातं (2.6.175.31.0)
छायाविशुष्का (2.6.176.19.0)
छाया (2.6.180.19.0)
छद्यग्निसादसदनारूचिकासयुक्तो (2.6.182.10.0)
छायाविशुष्कास्तद्वर्तीर्योजयेद्विधिकोविदः। (2.6.182.33.0)
छिन्नशास्त्रार्थसन्देहं (2.6.186.3.0)
छाया (1.1.3.9.0)
छेद्यानां (1.1.3.33.0)
छेद्यं, (1.1.5.5.0)
छेद (1.1.5.13.0)
छायां (1.1.5.27.0)
छन्नस्तुषारैः (1.1.6.22.0)
छेदने (1.1.8.4.0)
छेदने (1.1.8.4.0)
छेदनानामर्धकैशकीति॥ (1.1.8.10.0)
छेद्ये (1.1.8.15.0)
छेद्यादिषु (1.1.9.3.0)
छेद्यविशेषान् (1.1.9.4.0)
छत्रवता (1.1.10.3.0)
छेद्यभेद्यलेख्यकरणात्त्रिदोषघ्नत्वाद्विशेषक्रियावचारणाच्च॥ (1.1.11.3.0)
छिन्नोन्नतकुक्षिः (1.1.13.11.0)
छिद्र (1.1.16.3.0)
छित्त्वा (1.1.16.13.0)
छेद्यभेद्यलेख्यव्यधनैरुपपाद्य, (1.1.16.15.0)
छिद्यत (1.1.17.5.0)
छत्रामतिच्छत्रां (1.1.19.29.0)
छायानां (1.1.21.10.0)
छिन्नासु (1.1.22.8.0)
छेद्या (1.1.25.3.0)
छित्त्वा (1.1.27.8.0)
छेदनीयमुखान्यपि (1.1.27.9.0)
छिन्दन्तस्तृष्णकाष्ठानि (1.1.29.9.0)
छेदशब्दस्तु (1.1.29.42.0)
छर्द्यां (1.1.29.44.0)
छर्दिर्विरेको (1.1.29.64.0)
छर्द्यामध्वा (1.1.29.70.0)
छायां (1.1.30.21.0)
छायाः (1.1.31.3.0)
छिद्यते (1.1.31.15.0)
छर्दिः (1.1.31.20.0)
छर्दयत्यविदग्धमतिसार्यते (1.1.32.5.0)
छिनत्ति, (1.1.32.6.0)
छर्दिहिक्कातृडन्वितम्। (1.1.33.22.0)
छर्दयेद्यस्तु (1.1.33.24.0)
छायां (1.1.34.5.0)
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