Index Search for 'षष्ठे' |
Shloka: | हुत्वा शतसहस्रं स सावित्र्या राजसत्तम ।षष्ठे षष्ठे तदा काले बभूव मितभोजनः ॥ |
Reference: | 3.42.277.0.9(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>सप्तसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#9) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | सप्तसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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