Index Search for 'षट्पुत्राञ्शृणु' |
Shloka: | भानोर्भार्या सुप्रजा तु बृहद्भासा तु सोमजा । असृजेतां तुषट्पुत्राञ्शृणु तासां प्रजाविधिम् ॥ |
Reference: | 3.37.211.0.9(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>एकादशाधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#9) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | एकादशाधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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