Index Search for 'षट्ता' |
Shloka: | समेत्य पार्थेन यथैकरात्रमूषुः समास्तत्र तदा चतस्रः । पूर्वाश्चषट्ता दश पाण्डवानां शिवा बभूवुर्वसतां वनेषु ॥ |
Reference: | 3.36.173.0.5(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>आजगरपर्व>त्रिसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#5) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | आजगरपर्व |
Adhyaya: | त्रिसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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