Index Search for 'षट्कर्मनिरता' |
Shloka: | व्यवहाररता वैश्या भविष्यन्ति कृते युगे ।षट्कर्मनिरता विप्राः क्षत्रिया रक्षणे रताः ॥ |
Reference: | 3.37.189.0.12(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>एकोनवत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#12) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | एकोनवत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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