Index Search for 'लोहितमहावृष्टिरभ्यवर्षन्महाबलम्' |
Shloka: | सालोहितमहावृष्टिरभ्यवर्षन्महाबलम् । कायेभ्यः प्रच्युता धारा राक्षसानां समन्ततः ॥ |
Reference: | 3.35.157.0.45(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>सप्तपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#45) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | सप्तपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|