Index Search for 'लोमश' |
Shloka: | लोमश उवाच - भरद्वाजस्तु शूद्रस्य तच्छ्रुत्वा विप्रियं वचः । गतासुं पुत्रमादाय विललाप सुदुःखितः ॥ |
Reference: | 3.33.138.0.9(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>अष्टत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (138)>श्लोक#9) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | अष्टत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (138) |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|