Index Search for 'लोमश' |
Shloka: | लोमश उवाच - अस्मिन्किल स्वयं राजन्निष्टवान्वै प्रजापतिः । सत्रमिष्टीकृतं नाम पुरा वर्षसहस्रिकम् ॥ |
Reference: | 3.33.129.0.1(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>एकोनत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (129)>श्लोक#1) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | एकोनत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (129) |
Akhyana: | |
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