Index Search for 'लोमश' |
Shloka: | लोमश उवाच - ततः श्रुत्वा तु शर्यातिर्वयःस्थं च्यवनं कृतम् । संहृष्टः सेनया सार्धमुपायाद्भार्गवाश्रमम् ॥ |
Reference: | 3.33.124.0.1(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>चतुर्विंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (124)>श्लोक#1) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | चतुर्विंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (124) |
Akhyana: | |
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