Index Search for 'लोमश' |
Shloka: | लोमश उवाच - कस्यचित्त्वथ कालस्य सुराणामश्विनौ नृप । कृताभिषेकां विवृतां सुकन्यां तामपश्यताम् ॥ |
Reference: | 3.33.123.0.1(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>त्रयोविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (123)>श्लोक#1) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | त्रयोविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (123) |
Akhyana: | |
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