Index Search for 'लोमश' |
Shloka: | लोमश उवाच - एवमुक्तः प्रत्युवाच राजा हैमवतीं तदा । पितामहा मे वरदे कपिलेन महानदि । अन्वेषमाणास्तुरगं नीता वैवस्वतक्षयम् ॥ |
Reference: | 3.33.107.0.16(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>सप्ताधिकशततमोऽध्यायः (107)>श्लोक#16) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | सप्ताधिकशततमोऽध्यायः (107) |
Akhyana: | |
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