Index Search for 'लोमश' |
Shloka: | लोमश उवाच - एतच्छ्रुत्वान्तरिक्षाच्च स राजा राजसत्तम । यथोक्तं तच्चकाराथ श्रद्दधद्भरतर्षभ ॥ |
Reference: | 3.33.105.0.1(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>पञ्चाधिकशततमोऽध्यायः (105)>श्लोक#1) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | पञ्चाधिकशततमोऽध्यायः (105) |
Akhyana: | |
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