Index Search for 'लोभोऽस्ति' |
Shloka: | न मेलोभोऽस्ति विप्रेन्द्र न भयं न च मत्सरः । करिष्यामि हि तत्सर्वमुक्तं यत्ते मयि प्रभो ॥ |
Reference: | 3.37.189.0.29(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>एकोनवत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#29) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | एकोनवत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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