Index Search for 'लोभाभिभूतैः' |
Shloka: | प्राप्तुं न शक्यो यो विद्वन्नरैर्दुष्कृतकर्मभिः ।लोभाभिभूतैः कृपणैरनार्यैरकृतात्मभिः ॥ |
Reference: | 3.37.187.0.24(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>सप्ताशीत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#24) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | सप्ताशीत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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