Index Search for 'लोभस्य' |
Shloka: | सर्वोपायैस्तुलोभस्य क्रोधस्य च विनिग्रहः । एतत्पवित्रं यज्ञानां तपो वै संक्रमो मतः ॥ |
Reference: | 3.37.203.0.39(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>त्र्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#39) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | त्र्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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