Index Search for 'लोके' |
Shloka: | य एवं वर्तते पार्थ पुरुषः सर्वकर्मसु । सलोके लभते वीर यशः प्रेत्य च सद्गतिम् ॥ |
Reference: | 3.35.159.0.4(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>एकोनषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#4) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | एकोनषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|