Index Search for 'लोकानां' |
Shloka: | सर्वस्त्वमसिलोकानां कर्ता कारयिता च ह । त्वत्प्रसादात्सुराः सर्वे मोदन्तीहाकुतोभयाः । एवं स्तुत्वा महादेवं स ऋषिः प्रणतोऽभवत् ॥ |
Reference: | 3.33.81.0.111(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>एकाशीतितमोऽध्यायः (81)>श्लोक#111) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | एकाशीतितमोऽध्यायः (81) |
Akhyana: | |
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