Index Search for 'लोकस्य' |
Shloka: | मा द्रुहः पाण्डवान्राजन्कुरुष्व हितमात्मनः । पाण्डवानां कुरूणां चलोकस्य च नरर्षभ ॥ |
Reference: | 3.29.11.0.20(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>आरण्यकपर्व>एकादशोऽध्यायः (11)>श्लोक#20) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | आरण्यकपर्व |
Adhyaya: | एकादशोऽध्यायः (11) |
Akhyana: | |
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