Index Search for 'लोकवीराणामासंस्तद्ब्रूहि' |
Shloka: | कानि चाभ्यवहार्याणि तत्र तेषां महात्मनाम् । वसतांलोकवीराणामासंस्तद्ब्रूहि सत्तम ॥ |
Reference: | 3.35.157.0.2(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>सप्तपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#2) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | सप्तपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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