Index Search for 'लोकमगमत्सोमकस्य' |
Shloka: | ततः सलोकमगमत्सोमकस्य गुरुः परम् । अथ काले व्यतीते तु सोमकोऽप्यगमत्परम् ॥ |
Reference: | 3.33.128.0.9(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>अष्टाविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (128)>श्लोक#9) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | अष्टाविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (128) |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|