Index Search for 'लोकपालानवस्थितान्' |
Shloka: | ते मामूचुर्महाराज सान्त्वयित्वा सुरर्षभाः । सव्यसाचिन्समीक्षस्वलोकपालानवस्थितान् ॥ |
Reference: | 3.35.164.0.15(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>चतुःषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#15) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | चतुःषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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