Index Search for 'लुब्धाः' |
Shloka: | पापानां विद्ध्यधिष्ठानं लोभमेव द्विजोत्तम ।लुब्धाः पापं व्यवस्यन्ति नरा नातिबहुश्रुताः । अधर्मा धर्मरूपेण तृणैः कूपा इवावृताः ॥ |
Reference: | 3.37.198.0.54(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>अष्टनवत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#54) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | अष्टनवत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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