Index Search for 'लालप्यमाना' |
Shloka: | ययातिरुवाच - इमं भौमं नरकं ते पतन्तिलालप्यमाना नरदेव सर्वे । ते कङ्कगोमायुबलाशनार्थं क्षीणा विवृद्धिं बहुधा व्रजन्ति ॥ |
Reference: | 1.7.85.3.4(आदिपर्व>संभवपर्व>पञ्चाशीतितमोऽध्यायः (85)>उत्तरयायातम्>श्लोक#4) |
Parva: | आदिपर्व |
Upaparva: | संभवपर्व |
Adhyaya: | पञ्चाशीतितमोऽध्यायः (85) |
Akhyana: | उत्तरयायातम् |
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