Index Search for 'लभन्तां' |
Shloka: | तद्वै सर्वं पाण्डुपुत्रालभन्तां यत्तद्राजन्नतिसृष्टं त्वयासीत् । एष धर्मः परमो यत्स्वकेन राजा तुष्येन्न परस्वेषु गृध्येत् ॥ |
Reference: | 3.29.5.0.7(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>आरण्यकपर्व>पञ्चमोऽध्यायः (05)>श्लोक#7) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | आरण्यकपर्व |
Adhyaya: | पञ्चमोऽध्यायः (05) |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|