Index Search for 'लब्धास्मि' |
Shloka: | अद्याहमनृणो भूत्वा भ्रातुः सख्युस्तथैव च । शान्तिंलब्धास्मि परमां हत्व राक्षसकण्टकम् ॥ |
Reference: | 3.30.12.0.35(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>किर्मीरवधपर्व>द्वादशोऽध्यायः (12)>श्लोक#35) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | किर्मीरवधपर्व |
Adhyaya: | द्वादशोऽध्यायः (12) |
Akhyana: | |
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