Index Search for 'लब्धः' |
Shloka: | लब्धः शैलो वयं मुक्ता मणिमांस्ते सखा हतः । मानुषेण कृतं कर्म विधत्स्व यदनन्तरम् ॥ |
Reference: | 3.35.158.0.20(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>अष्टपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#20) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | अष्टपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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