Index Search for 'लङ्कायां' |
Shloka: | विधाय रक्षांलङ्कायां विभीषणपुरस्कृतः । संततार पुनस्तेन सेतुना मकरालयम् ॥ |
Reference: | 3.42.275.0.51(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>पञ्चसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#51) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | पञ्चसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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