Index Search for 'लङ्कां' |
Shloka: | लङ्कां प्रवेशयामासुर्वाजिनस्तं रथं तदा । ददर्श रावणस्तं च रथं पुत्रविनाकृतम् ॥ |
Reference: | 3.42.273.0.25(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>त्रिसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#25) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | त्रिसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|