Index Search for 'लक्ष्मणस्तेन' |
Shloka: | इत्युक्तोलक्ष्मणस्तेन वानरेन्द्रेण धीमता । त्यक्त्वा रोषमदीनात्मा सुग्रीवं प्रत्यपूजयत् ॥ |
Reference: | 3.42.266.0.20(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>षट्षष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#20) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | षट्षष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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