Index Search for 'लक्षणं' |
Shloka: | युधिष्ठिर उवाच - मनसश्चापि बुद्धेश्च ब्रूहि मेलक्षणं परम् । एतदध्यात्मविदुषां परं कार्यं विधीयते ॥ |
Reference: | 3.36.178.0.24(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>आजगरपर्व>अष्टसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#24) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | आजगरपर्व |
Adhyaya: | अष्टसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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