Index Search for 'त्रीनेतान्मनुजर्षभ' |
Shloka: | वैकर्तनं त्वां च मां चत्रीनेतान्मनुजर्षभ । पाण्डवेभ्यः प्रदास्यन्ति भीष्मो द्रोणः पिता च ते ॥ |
Reference: | 5.54.126.0.23(उद्योगपर्व>भगवद्यानपर्व>षड्विंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (126)>श्लोक#23) |
Parva: | उद्योगपर्व |
Upaparva: | भगवद्यानपर्व |
Adhyaya: | षड्विंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (126) |
Akhyana: | |
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