Index Search for 'त्रिरात्रं' |
Shloka: | आर्तो न जुहुयादग्निंत्रिरात्रं यस्तु ब्राह्मणः । इष्टिरष्टाकपालेन कार्या स्यादुत्तराग्नये ॥ |
Reference: | 3.37.211.0.29(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>एकादशाधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#29) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | एकादशाधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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