Index Search for 'छिन्नानि' |
Shloka: | तेषांछिन्नानि गात्राणि विसृजन्ति स्म शोणितम् । प्रावृषीवातिवृष्टानि शृङ्गाणीव धराभृताम् ॥ |
Reference: | 3.35.167.0.26(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>सप्तषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#26) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | सप्तषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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