Index Search for 'छिद्रमन्वैच्छच्चिरात्प्रभृति' |
Shloka: | स्वाहा तं दक्षदुहिता प्रथमं कामयत्तदा । सा तस्यछिद्रमन्वैच्छच्चिरात्प्रभृति भामिनी । अप्रमत्तस्य देवस्य न चापश्यदनिन्दिता ॥ |
Reference: | 3.37.213.0.50(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>त्रयोदशाधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#50) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | त्रयोदशाधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|